UPPSC : आधा वर्ष बीता, कोई बड़ी भर्ती शुरू नहीं करा सका आयोग, इंतजार में हजारों अभ्यर्थी हो गए ओवरएज

 आयोग को अपर निजी सचिव (एबीपीएस), एलटी ग्रेड शिक्षक, प्रवक्ता जीआईसी, समीक्षा अधिकारी (आरओ)/सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) के रिक्त पदों का महीनों पहले अधियाचन मिल चुका है। इसके बावजूद इनमें से कोई भर्ती शुरू नहीं हुई।

आयोग को अपर निजी सचिव (एबीपीएस), एलटी ग्रेड शिक्षक, प्रवक्ता जीआईसी, समीक्षा अधिकारी (आरओ)/सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) के रिक्त पदों का महीनों पहले अधियाचन मिल चुका है। इसके बावजूद इनमें से कोई भर्ती शुरू नहीं हुई।

आधा वर्ष बीता चुका है और उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) पीसीएस को छोड़कर कोई बड़ी भर्ती शुरू नहीं कर सका। लाखों अभ्यर्थियों को नई भर्ती शुरू होने का इंतजार है। ऐसा वर्षों बाद हो रहा है, जब आयोग ने इतने लंबे समय तक किसी प्रमुख भर्ती का विज्ञापन जारी नहीं किया। आमतौर पर उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग साल में आठ से 10 बड़ी भर्तियां करा लेता है, लेकिन इस साल आयोग में भर्तियों का अकाल पड़ा है।

आयोग को अपर निजी सचिव (एबीपीएस), एलटी ग्रेड शिक्षक, प्रवक्ता जीआईसी, समीक्षा अधिकारी (आरओ)/सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) के रिक्त पदों का महीनों पहले अधियाचन मिल चुका है। इसके बावजूद इनमें से कोई भर्ती शुरू नहीं हुई।


इन सभी भर्तियों में लाखों की संख्या में अभ्यर्थी शामिल होते हैं। स्टाफ नर्स (महिला) के पदों पर भी वर्ष 2021 के बाद कोई भर्ती नहीं हुई है। अभ्यर्थियों को सम्मलित राज्य अभियंत्रण सेवा भर्ती का भी इंतजार है। आयोग ने वर्ष 2023 के परीक्षा कैलेंडर में इनमें से किसी भी भर्ती को शामिल नहीं किया। अगर आयोग इनमें से कोई भी भर्ती जुलाई या अगस्त में शुरू करता है तो वह भी अगले साल तक ही पूरी हो सकेगी।

 इन सभी भर्तियों में लाखों की संख्या में अभ्यर्थी शामिल होते हैं। स्टाफ नर्स (महिला) के पदों पर भी वर्ष 2021 के बाद कोई भर्ती नहीं हुई है। अभ्यर्थियों को सम्मलित राज्य अभियंत्रण सेवा भर्ती का भी इंतजार है। आयोग ने वर्ष 2023 के परीक्षा कैलेंडर में इनमें से किसी भी भर्ती को शामिल नहीं किया। अगर आयोग इनमें से कोई भी भर्ती जुलाई या अगस्त में शुरू करता है तो वह भी अगले साल तक ही पूरी हो सकेगी। ऐसी बड़ी भर्तियों में हर साल लाखों की संख्या में अभ्यर्थी शामिल होते हैं और इनमें से हजारों अभ्यर्थी ओवरएज भी हो जाते हैं। इन भर्तियों के इंतजार में जो अभ्यर्थी ओवरएज हो चुके हैं, उनके सामने अब कोई विकल्प नहीं रह गया है। अगर इसी तरह प्रमुख भर्ती परीक्षाएं अटकी रहीं तो आने वाले समय में ओवरएज होने वाले अन्य अभ्यर्थियों के लिए भी भविष्य के रास्ते बंद हो जाएंगे। प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के मीडिया प्रभारी प्रशांत पांडेय का कहना है कि ऐसा कई वर्षों बाद हो रहा है, जब आधा साल बीतने के बाद भी आयोग ने कोई बड़ी भर्ती शुरू नहीं की। प्रशांत और समिति के अन्य पदाधिकारियों ने आयोग के अध्यक्ष से मांग की है कि भर्तियां शीघ्र शुरू की जाएं। साथ ही मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि देर से शुरू होने वाली भर्तियों में ओवरएज अभ्यर्थियों को भी शामिल होने का मौका दिया जाए। sabhar Amar Ujala.com

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