पोलैंड से भारत आईं बारबरा, सोशल मीडिया पर हुई थी शादाब से मुलाक़ात
बारबरा पोलाक अपने प्रेमी शादाब आलम से मिलने जुलाई के दूसरे हफ़्ते में हज़ारीबाग आई हैं.
वे जून में भारत आई थीं. 26 जून को वे अपनी सात साल की बेटी आनिया पोलाक के साथ पोलैंड से नई दिल्ली पहुंची थीं. तब वे शादाब के साथ दिल्ली के पर्यटन स्थलों पर घूमने गई थीं.
शादाब बताते हैं, "जब हम दिल्ली में घूम रहे थे तो लोग बारबरा और आनिया के साथ फ़ोटो खिंचवाना चाहते थे, मानो जैसे वो सेलिब्रिटी हों."
क्या कहती हैं बारबरा?
बारबरा से जब हम पहली बार मिले तो उन्होंने सबसे पहले हमें सलाम किया.
जब हमने उनसे पूछा कि ये कहां सीखा तो वो बोलीं गांव आकर. उन्होंने कहा, "जब शुरू-शुरू में गांव के लोग मिलने आए तो शादाब को अभिवादन के तौर पर सलाम करते सुना, तब से मैं भी मिलने आने वाले सभी लोगों से सलाम करती हूं."
हालांकि बारबरा से बाकी बातचीत अंग्रेज़ी में हुई. उन्होंने कुछ सवालों के जवाब अंग्रेज़ी में तो कुछ के पोलिश में दिए, जिसे शादाब ट्रांसलेट कर बताते रहे.
भारत की तारीफ़ करते हुए बारबरा बोलीं, "यह अतिथि देवो भवः वाला एक खूबसूरत देश है. यहां लोग बहुत मिलन-सार हैं. यहां के फल बहुत मीठे हैं. यहां का खाना मुझे पसंद है."
अपनी बेटी के विषय में वो बताती हैं, "बेटी भी यहां मेरे साथ छुट्टियां बिताकर बहुत खुश है. वह शादाब से बहुत घुल मिल गई है. वह उसे अभी से डैडी कहती है. दोनों साथ मिलकर खूब खेलते हैं."
विज़िटिंग वीज़ा पर आईं बारबरा कहती हैं कि ये पहला अवसर है जब मैं किसी गांव आई हूं.
वे कहती हैं, "इस खुटरा गांव का कल्चर मुझे बहुत अच्छा लगा. लेकिन यहां के घर बहुत छोटे हैं. पोलैंड में घर बड़े होते हैं. फिर भी शादाब के साथ यहां रह कर मैं बहुत खुश हूं."
कैसे हुई बारबरा की शादाब से मुलाक़ात?
महाराष्ट्र कॉलेज से स्नातक करने वाले शादाब बताते हैं कि वह अच्छे डांसर हैं.
शादाब बोले, "डांस का वीडियो बनाकर मैं टिकटॉक पर पोस्ट करता था. उसे देख कर बारबरा मुझे फॉलो करने लगीं. बारबरा ने कई बार डीएम मैसेज किए लेकिन मैं उनकी एकाउंट डीपी में विदेशी महिला का चेहरा देख कर डर गया कि ये कहीं कोई फ्रॉड एकाउंट तो नहीं. लिहाजा मैंने कोई जवाब नहीं दिया. फिर भी वह लगातार संपर्क की कोशिश करती रहीं."
वे कहते हैं, "टिकटॉक बंद होने के बाद मैं इंस्टाग्राम पर पोस्ट करने लगा. वहां भी बारबरा मुझे फॉलो करती थीं. एक दिन मैं लाइव था तो पाया कि बारबरा भी मौजूद हैं. उन्होंने मुझसे संपर्क करने की इच्छा जताई, और मैंने उनको अपना नम्बर शेयर किया. फिर व्हाट्सएप के ज़रिए उनसे बातचीत शुरू हुई. वो लॉकडाउन से पहले का समय था."
शादाब बताते हैं, "बारबरा अक्सर रेड रोज़ भेजती थीं जिसे देख कर मुझे प्यार का एहसास होने लगा. फिर एक दिन बारबरा ने ख़ुद ही प्यार का इज़हार कर दिया, जिसे मैंने क़ुबूल कर लिया."पोलैंड से भारत आईं बारबरा, सोशल मीडिया पर हुई थी शादाब से मुलाक़ात
Sabhar:
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