ट्रांसजेंडर्स के लिए भगवान है यह डॉक्टर, बौद्ध भिक्षु की भी कर चुका है सेक्स चेंज सर्जरी

ट्रांसजेंडर्स के लिए भगवान है यह डॉक्टर, बौद्ध भिक्षु की भी कर चुका है सेक्स चेंज सर्जरी

सियोल। ट्रांसप्लांट सर्जरी, मेडिकल क्षेत्र में एक बहुत बड़ा कदम है। इसे ना सिर्फ लोगों की खोई हुई पहचान लौटाई, बल्कि तमाम मौकों पर नई जिंदगी भी दी। इस सर्जरी के मामले में दक्षिण कोरिया काफी तेजी से आगे निकल गया है। यहां आम सर्जरी के साथ ही लिंग परिवर्तन सर्जरी का चलन भी तेज़ी से बढ़ है। ऑपरेशन के जरिए लिंग परिवर्तन करने वाले डॉ. किम सियोक यहां ट्रांसजेंडर लोगों के लिए किसी भगवान से कम नहीं हैं। 
 
बौद्ध भिक्षु और जानी-मानी अभिनेत्री का लिंग परिवर्तन करने वाले डॉ. किम जानते हैं कि रूढ़ियों में फंसे इस देश में उनका काम बैचेनी पैदा कर देगा। एक बौद्ध भिक्षु को सर्जरी के जरिए पुरुष बनाने से पहले किम ने एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्होंने ईश्वरीय शक्ति को चुनौती देने का फैसला किया है। 
 
किम ने बताया कि उन्हें बहुत दर्दनाक लगा कि ये ऑपरेशन करना चाहिए या नहीं क्योंकि उन्हें इस बात का डर था कि वो कहीं भगवान को चुनौती तो नहीं दे रहे। किम ने कहा कि किसी तरह से उन्होंने शर्म की भावना से खुद को निकाला। उनके मरीजों के लिए ये सर्जरी बहुत जरूरी थी। बिना इसके वो अपनी ही जान ले लेते। 
 
28 वर्षों में किए 320 ऑपरेशन
 
डॉ. किम दक्षिण कोरिया में लैंगिकता और लिंग को लेकर धीरे-धीरे बदल रहे विचारों के प्रवर्तक हैं। दक्षिण कोरिया में लैंगिकता जैसे विषय पर विचार-विमर्श वर्जित माना जाता है। डॉ किम ने 28 बरसों में लिंग परिवर्तन के 320 ऑपरेशन किए हैं। देश में शायद ही किसी डॉक्टर ने इतने ऑपरेशन किए हों। 
 
डॉ किम ने बताया 11 घंटे की सर्जरी कराने वाले बौद्ध भिक्षु इंटरव्यू के जरिए दुनिया के सामने नहीं आना चाहते, क्योंकि उन्हें डर है कि इस बात से उनके मंदिर के बौद्ध भिक्षुओं को ठेस ना पहुंचे। डॉ किम ने बताया कि बौद्ध भिक्षु हार्मोन थैरेपी ले रहे हैं और वो लंबे समय तक एक पुरुष की तरह जिंदगी जी सकते हैं।
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डॉ किम कब से कर रहे हैं सर्जरी
 
डॉ किम एक प्लास्टिक सर्जन के तौर पर बुसान के डॉन्ग-ए यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल में काम कर रहे हैं। इन्हें सर्जरी के जरिए चेहरे की विकृतियां दूर करने में महारथ हासिल है। उन्होंने लिंग परिवर्तन ऑपरेशन करने की शुरुआत 1986 में की, जब बहुत से ट्रांसजेंडर लोगों ने उनसे जननांग के निर्माण की बात कही। किम ने बताया कि सबसे पहले आने वाले शख्स ने भी अपना लिंग परिवर्तन कराया था।
 
डॉ किम उन्हें समझा-बुझाकर वापस भेज देते, क्योंकि उन्हें लिंग परिवर्तन सर्जरी की ज्यादा जानकारी नहीं थी। हालांकि, उन्होंने इस बारे में सोचना शुरू किया और इस बारे में जानकारी जुटानी शुरू की। कुछ साल बाद उन्होंने सर्जरी करने की शुरुआत कर दी। 
 
किम कहते हैं कि कुछ लोग बिना जननांगों या फिर कटे हुए कान, ओंठ और अंगुलियों के साथ पैदा होते हैं। ईश्वर क्यों लोगों को ऐसे बनाता है, क्या ये ईश्वर की गलती नहीं? क्या ट्रांसजेंडर लोग ईश्वर की गलती नहीं? डॉ किम को इस बात की बहुत खुशी है कि उन्हें ऐसे लोगों की मदद करने का मौका मिला, जिन्हें लगता है कि उन्हें गलत शरीर मिल गया। किम का विश्वास है कि वो भगवान से हुई गलतियों को दुरुस्त कर रहे हैं।

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किम ने कैसे विरोध का किया सामना
 
डॉ किम ने जब पहली बार इस तरह की सर्जरी करनी शुरू की, तो उनके पादरी ने इसका विरोध किया। उनके दोस्तों और सहयोगी डॉक्टरों ने तो यहां तक कह डाला कि अगर उन्होंने ये काम बंद नहीं किया तो वो नरक में जाएंगे। 
 
दक्षिण कोरिया में यौन अलपसंख्यकों के खिलाफ बहुत जबरदस्त पूर्वाग्रह है। कन्फ्यूशियस मत के मुताबिक ऐसे बच्चों को कभी भी अपने शरीर को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए, जो उन्हें उनके माता-पिता से मिला है। देश में रुढ़िवादी ईसाई समुदाय और पिछले सेना समर्थित तानाशाह यौन अल्पसंख्यकों की आवाज को अनसुना करते हैं। 
 
सियोल में क्रिश्चियन काउंसिल के अध्यक्ष हॉन्ग जे चुल ने कहा कि लिंग परिवर्तन ऑपरेशन ईश्वर की निंदा है और ये दुनिया को बेहद तकलीफदेह जगह बनाती है। उन्होंने डॉ किम को घृणा योग्य और बेचारा करार दिया।

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डॉ किम की खास मरीज एक्ट्रेस हरिसु
 
डॉ किम की सबसे बेहतरीन मरीजों में दक्षिण कोरिया की सबसे लोकप्रिय ट्रांससेक्सुअल इंटरटेनर हरिसु हैं, जिन्होंने 2007 में मेल सिंगर से शादी कर ली। सियोल में एक इंटरव्यू के दौरान हरिसु ने बताया कि 1995 में जब उन्होंने सर्जरी कराई थी, तो वो दौर उनके बेहद दर्द से भरा रहा। कुछ दिनों बाद हॉस्पिटल से बाहर आने पर हरिसु को ऐसा लगा कि जैसे उन्हें दूसरा जन्म मिल गया हो। डॉ किम से सर्जरी कराने वाले ज्यादातर मरीज इस वक्त अपनी जिंदगी के 40 से 50 से दशक में हैं। 
 
शुरुआती दौर में कभी-कभी मां-बाप सर्जरी से पहले गुस्सा करते हैं और उन्हें स्वीकार करने से मना कर देते हैं। हालांकि, आज के वक्त में लिंग परिवर्तन ऑपरेशन करवाने वालों में 20 साल में उम्र के लोग भी शामिल हैं और उनके माता-पिता सर्जरी के लिए उनकी हर तरह की मदद भी करते हैं। पुरुष से महिला बनने के क्रम में करीब 10,210 से 13,920 डॉलर तक का खर्च है। वहीं, महिला से पुरुष बनने की प्रक्रिया में करीब 28,760 डॉलर का खर्च आता है। sabhar :http://www.bhaskar.com/

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