Seema Haider: रॉ एजेंट बनेंगी सीमा हैदर, 'ए टेलर मर्डर स्टोरी' फिल्म में आएंगी नजर, ATS की क्लीनचिट का इंतजार

 

Seema Haider: रॉ एजेंट बनेंगी सीमा हैदर, 'ए टेलर मर्डर स्टोरी' फिल्म में आएंगी नजर, ATS की क्लीनचिट का इंतजार

Seema Haider Sachin Meena: स्थानीय पुलिस ने सीमा हैदर को अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने के आरोप में और सचिन मीना को अवैध अप्रवासियों को शरण देने के आरोप में पहली बार चार जुलाई को ग्रेटर नोएडा से गिरफ्तार किया था. हालांकि, उन दोनों को सात जुलाई को एक स्थानीय अदालत ने जमानत दे दी थी और वे अपने चार बच्चों के साथ रबूपुरा इलाके के एक घर में रह रहे हैं.

नोएडा. बिना वीजा के मई में अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने वाली और नोएडा में अपने साथी सचिन मीना (22) के साथ रहने वाली पाकिस्तानी नागरिक सीमा हैदर (30) जल्द ही एक फिल्म में देश की खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के एजेंट के किरदार में नजर आ सकती हैं. बताया जा रहा है कि फिल्म ‘ए टेलर मर्डर स्टोरी’ के लिए जानी फायरफॉक्स (Jani Firefox) प्रोडक्शन हाउस की टीम सीमा हैदर से मिलने भी पहुंची है.
खबर है कि फ़िल्म डायरेक्ट जयंत सिन्हा और भारत सिंह ने सीमा हैदर का ऑडिशन भी ले लिया है. हालांकि, सीमा हैदर ने अभी तक फिल्म में काम करने की अपनी सहमति नहीं दी है और कहा है कि उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) से क्लीनचिट मिलने के बाद ही वह फिल्म का ऑफर स्वीकार करेंगी. फिल्म ‘ए टेलर मर्डर स्टोरी’ राजस्थान के उदयपुर में दर्ज़ी का काम करने वाले कन्हैया लाल साहू की हत्या पर आधारित है.
इससे पहले, फ़िल्म निर्माता अमित जानी ने हिन्दू धर्म अपनाने पर भगवा शाल उड़ाकर सीमा हैदर का स्वागत किया, तो सीमा हैदर ने भी भारतीय शिष्टाचार निभाते हुए अमित जानी के पैर छूकर आशीर्वाद लिया. सीमा हैदर और फ़िल्म प्रोडक्शन टीम दोनों को ही फिल्म निर्माण के लिए एटीएस की रिपोर्ट का इंतज़ार है.
एटीएस ने दोनों से अब तक दो से तीन बार पूछताछ की है. दरअसल, खुफिया एजेंसी ने जानकारी दी है कि सीमा हैदर का चाचा पाकिस्तानी सेना में सूबेदार पद पर कार्यरत है और उसका भाई भी पाकिस्तान की सेना में कार्यरत है. इसी वजह से सीमा पर पाकिस्तानी जासूस होने का शक बढ़ता जा रहा है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि सुरक्षा एजेंसियां इस मामले पर कड़ी नजर रख रही है.
उत्तर प्रदेश पुलिस ने जुलाई में दोनों से एटीएस की पूछताछ की जानकारी देते हुए कहा था कि यह जोड़ा पहली बार 2020 में ऑनलाइन गेम पबजी के जरिए एक-दूसरे के संपर्क में आया. पुलिस के अनुसार, करीब 15 दिनों तक ऑनलाइन गेम खेलने के बाद उन्होंने अपने व्हाट्सएप नंबरों का आदान-प्रदान किया. पुलिस ने कहा कि सचिन और सीमा इस साल मार्च में नेपाल के काठमांडू में पहली बार व्यक्तिगत रूप से मिले, जहां वे 10 से 17 मार्च तक एक साथ रहे. सीमा पर्यटन वीजा पर 10 मई को कराची से दुबई होते हुए नेपाल दोबारा लौटी.
नेपाल में वह काठमांडू से पोखरा पहुंची और रात को रुकी. इसके बाद सीमा ने 12 मई की सुबह पोखरा से बस से रूपन्देही-खुनवा (खुनवा) सीमा से भारत में सिद्धार्थनगर जिले के रास्ते दाखिल हुई. लखनऊ और आगरा के रास्ते वह 13 मई को गौतमबुद्ध नगर के रबूपुरा कट पहुंची. उत्तर प्रदेश पुलिस ने कहा कि सचिन ने पहले से ही रबूपुरा में एक किराये का कमरा ले लिया था, जहां वे एक साथ रहने लगे.

स्थानीय पुलिस ने सीमा को अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने के आरोप में और सचिन को अवैध अप्रवासियों को शरण देने के आरोप में पहली बार चार जुलाई को ग्रेटर नोएडा से गिरफ्तार किया था. हालांकि, उन दोनों को सात जुलाई को एक स्थानीय अदालत ने जमानत दे दी थी और वे अपने चार बच्चों के साथ रबूपुरा इलाके के एक घर में रह रहे हैं. सीमा ने यह भी कहा है कि वह पाकिस्तान वापस नहीं जाना चाहती और सचिन के साथ रहना चाहती है. उसने यह भी दावा किया कि उसने हिंदू धर्म स्वीकार कर लिया है.

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