आयी कहानियों में एआई, लेखक डरे हुए हैं और मंत्रमुग्ध भी


आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग करने वाले ही नहीं, कहानियां लिखने वाले भी डरे हुए हैं. बहुत से लेखकों को लगता है कि एआई उनकी आजीविका के लिए खतरा हो सकता है.

हाल ही में अमेरिका के ऑथर्स गिल्ड ने एक खुला खत लिखा, जिसका दस हजार से ज्यादा लेखकों ने समर्थन किया. इस पत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनियों से आग्रह किया गया कि वे कॉपीराइट के तहत सुरक्षित सामग्री का बिना इजाजत और भुगतान इस्तेमाल ना करे.


हालांकि एआई अपने आप में एक कहानी है, और यह अब सिर्फ साइंस फिक्शन नहीं बल्कि सच्ची कहानी है. राजनीति, महामारी या जलवायु परिवर्तन की तरह एआई भी अब कहानियों में एक अहम मुद्दा बन गया है और बड़ी संख्या में उपन्यासकार और कहानीकार अब उसे अपनी कहानियों में शामिल कर रहे हैं.


संस्कृतियूरोप

आयी कहानियों में एआई, लेखक डरे हुए हैं और मंत्रमुग्ध भी

14.08.2023१४ अगस्त २०२३

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग करने वाले ही नहीं, कहानियां लिखने वाले भी डरे हुए हैं. बहुत से लेखकों को लगता है कि एआई उनकी आजीविका के लिए खतरा हो सकता 


हाल ही में अमेरिका के ऑथर्स गिल्ड ने एक खुला खत लिखा, जिसका दस हजार से ज्यादा लेखकों ने समर्थन किया. इस पत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनियों से आग्रह किया गया कि वे कॉपीराइट के तहत सुरक्षित सामग्री का बिना इजाजत और भुगतान इस्तेमाल ना करे.


हालांकि एआई अपने आप में एक कहानी है, और यह अब सिर्फ साइंस फिक्शन नहीं बल्कि सच्ची कहानी है. राजनीति, महामारी या जलवायु परिवर्तन की तरह एआई भी अब कहानियों में एक अहम मुद्दा बन गया है और बड़ी संख्या में उपन्यासकार और कहानीकार अब उसे अपनी कहानियों में शामिल कर रहे हैं.









हेलेन फिलिप्स एक उपन्यासकार हैं. उनकी नयी किताब का नाम है ‘हम'. इस किताब में वह एक ऐसी मां-बेटी की कहानी सुनाती हैं जिनकी नौकरी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की वजह से चली गयी है. फिलिप्स कहती हैं, "मैं एआई से डरी हुई हूं और मंत्रमुग्ध भी हूं. (ब्रह्मांड के) पूरे ज्ञान को जमा करने के लिए एक उम्मीद है लेकिन साथ ही यह डर भी है कि एक ऐसी इंटेलिजेंस हमारी जगह ले सकती है, जो इंसानी नहीं है.”


कहानियों में एआई

सिलाडोन बुक्स के उपाध्यक्ष और संपादकीय निदेशक रायन डोहर्टी कहते हैं, "हमारे पास ऐसी किताबों के बहुत प्रस्ताव आ रहे हैं जो एआई के बारे में हैं.” सिलाडोन ने हाल ही में फ्रेड लुंत्सकर के उपन्यास साइक के लिए एग्रीमेंट साइन किया है. यह किताब एक एआई मनोवैज्ञानिक के बारे में है.


डोहर्टी कहते हैं, "यह आज की युगचेतना है. और सांस्कृतिक युगचेतना हमेशा कहानियों में पहुंच जाती है.”


आने वाले दो साल में ऐसे कई उपन्यास आने वाले हैं जिनमें एआई के बारे में बात होगी. इनमें शॉन माइकल का "डू यू रिमेंबर बीइंग बॉर्न?', ब्रायन वैन डाइक का ‘इन आवर लाइकलीनेस' और एई ओसवर्थ का ‘अवेकंड' शामिल हैं. ‘अवेकंड' एक समलैंगिक चुड़ैल और एआई के साथ उसकी जंग के बारे में है जबकि ‘इन आवर लाइकलीनेस' में एक नौकरशाह है जो एक ऐसे फैक्ट-चेकिंग प्रोग्राम का इस्तेमाल करता है जिसमें तथ्यों को बदलने की क्षमता है.


संस्कृतियूरोप

आयी कहानियों में एआई, लेखक डरे हुए हैं और मंत्रमुग्ध भी

14.08.2023१४ अगस्त २०२३

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग करने वाले ही नहीं, कहानियां लिखने वाले भी डरे हुए हैं. बहुत से लेखकों को लगता है कि एआई उनकी आजीविका के लिए खतरा 


हाल ही में अमेरिका के ऑथर्स गिल्ड ने एक खुला खत लिखा, जिसका दस हजार से ज्यादा लेखकों ने समर्थन किया. इस पत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनियों से आग्रह किया गया कि वे कॉपीराइट के तहत सुरक्षित सामग्री का बिना इजाजत और भुगतान इस्तेमाल ना करे.


हालांकि एआई अपने आप में एक कहानी है, और यह अब सिर्फ साइंस फिक्शन नहीं बल्कि सच्ची कहानी है. राजनीति, महामारी या जलवायु परिवर्तन की तरह एआई भी अब कहानियों में एक अहम मुद्दा बन गया है और बड़ी संख्या में उपन्यासकार और कहानीकार अब उसे अपनी कहानियों में शामिल कर रहे हैं.










हेलेन फिलिप्स एक उपन्यासकार हैं. उनकी नयी किताब का नाम है ‘हम'. इस किताब में वह एक ऐसी मां-बेटी की कहानी सुनाती हैं जिनकी नौकरी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की वजह से चली गयी है. फिलिप्स कहती हैं, "मैं एआई से डरी हुई हूं और मंत्रमुग्ध भी हूं. (ब्रह्मांड के) पूरे ज्ञान को जमा करने के लिए एक उम्मीद है लेकिन साथ ही यह डर भी है कि एक ऐसी इंटेलिजेंस हमारी जगह ले सकती है, जो इंसानी नहीं है.”


कहानियों में एआई

सिलाडोन बुक्स के उपाध्यक्ष और संपादकीय निदेशक रायन डोहर्टी कहते हैं, "हमारे पास ऐसी किताबों के बहुत प्रस्ताव आ रहे हैं जो एआई के बारे में हैं.” सिलाडोन ने हाल ही में फ्रेड लुंत्सकर के उपन्यास साइक के लिए एग्रीमेंट साइन किया है. यह किताब एक एआई मनोवैज्ञानिक के बारे में है.


डोहर्टी कहते हैं, "यह आज की युगचेतना है. और सांस्कृतिक युगचेतना हमेशा कहानियों में पहुंच जाती है.”


आने वाले दो साल में ऐसे कई उपन्यास आने वाले हैं जिनमें एआई के बारे में बात होगी. इनमें शॉन माइकल का "डू यू रिमेंबर बीइंग बॉर्न?', ब्रायन वैन डाइक का ‘इन आवर लाइकलीनेस' और एई ओसवर्थ का ‘अवेकंड' शामिल हैं. ‘अवेकंड' एक समलैंगिक चुड़ैल और एआई के साथ उसकी जंग के बारे में है जबकि ‘इन आवर लाइकलीनेस' में एक नौकरशाह है जो एक ऐसे फैक्ट-चेकिंग प्रोग्राम का इस्तेमाल करता है जिसमें तथ्यों को बदलने की क्षमता है.


फेसट्यूनिंग: एक खतरनाक जुनून


अपराध-कथा लिखने वाले जेफरी डिगर ग्रीस के बारे में लिखे गये अपने थ्रिलर उपन्यासों के लिए मशहूर हैं. वह एक नया उपन्यास लिख रहे हैं जो एआई और मेटावर्स के बारे में है. वह कहते हैं कि वह हमेशा ऐसे मुद्दों की तलाश में रहते हैं जो सामाजिक बदलाव के मुहाने पर नजर आ रहे हों.


लेखन में तकनीक

ये सभी लेखक अपनी कहानियों में एआई के जरिये मानवीय सवालों को उठाने की कोशिश कर रहे हैं. सिएरा ग्रीअर का उपन्यास ‘एनी बॉट' एक एआई दोस्त के बारे में है जो एक पुरुष के लिए तैयार किया जाता है. ग्रीअर कहती हैं कि वह अपने किरदार के जरिये खुशी की जरूरत को समझने की कोशिश कर रही हैं और उन्होंने "चाह, सम्मान और तड़प” जैसी भावनाओं को गहराई से समझने के लिए एक रोबोट गर्लफ्रेंड का किरदार गढ़ा है.


बहुत से लेखक एआई का इस्तेमाल लिखने के लिए भी कर रहे हैं. ऑसवर्थ ने एक नया प्रोग्राम तैयार किया है जो मैकियाविली और अन्य मशहूर लेखकों के स्टाइल का इस्तेमाल करता है. वह कहते हैं, "चैटजीपीटी एक फेरारी है, जबकि मैंने जो बनाया है वो एक स्केटबोर्ड है जिस पर एक चौकोर पहिया लगा है. लेकिन मैं चौकोर पहिये वाले स्केटबोर्ड की ओर ज्यादा आकर्षित था.”


इसी तरह ‘डू यू रिमेंबर बीइंग बॉर्न?' के लिए शॉन माइकल ने ऐसा प्रोग्राम इस्तेमाल किया है जो कविता और गद्य दोनों लिख सकता है. वह अपने उपन्यास में अलग-अलग तरह से लिख रहे हैं ताकि लोगों को पता चल सके कि कौन सा हिस्सा एआई ने लिखा है और कौन सा उन्होंने.


वीके/एए (रॉयटर्स) sabhar Dw.de 

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