डॉक्‍टर का प्राइवेट पार्ट कूरियर करने की आरोपी लड़की ने कहा- 'तेरहवीं का भोज खाना चाहती हूं'

डॉक्‍टर का प्राइवेट पार्ट कूरियर करने की आरोपी लड़की ने कहा- 'तेरहवीं का भोज खाना चाहती हूं'

कानपुर. अमरौधा पीएचसी प्रभारी डॉ. सतीश चंद्रा की हत्या में पुलिस को अभी ठोस सबूत नहीं मिला है। आरोपी प्रीतिलता को रिमांड पर लेकर पुलिस ने होटल व कानपुर में खाक छाना, लेकिन हत्या में इस्‍तेमाल किया गया हथियार नहीं मिला।
 
शुक्रवार को कानपुर की कच्ची बस्ती निवासी प्रीतिलता ने गोविंदनगर थाने में समर्पण कर डॉ. चंद्रा की हत्या की सनसनीखेज स्वीकारोक्ति की थी। शनिवार को उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। रविवार को देर शाम तक पुलिस उसे लेकर पूरे शहर की खाक छानती रही, लेकिन पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा। उसने पुलिस को गोविंदनगर के एक नाले में हत्या में प्रयुक्त हथियार फेंकने की बात बताई थी। लेकिन तलाश करवाने पर पुलिस को कुछ नहीं मिला।
 
रविवार को पुलिस जब उसे होटल के कमरे में ले गई और कत्‍ल वाली रात के घटनाक्रम के बारे में पूछा तो उसने बेबाकी से सवाल किया- डेमो के लिए डॉक्टर कौन बनेगा? उसने डाक्टर की तेरहवीं में शामिल होकर भोजन करने की इच्‍छा भी जताई है। 
 
उसका कहना है कि लड़की के मुताबिक डाक्टर उसे करीब तेरह सालों से (जब वह हाई स्कूल की छात्रा थी) शारीरिक और मानसिक रूप से परेशान कर रहा था। 
एमए, बीएड और टीईटी पास प्रीति ने इसी से आजिज आकर डॉक्‍टर को मौत के घाट उतार दिया। फिर डॉक्टर का प्राइवेट पार्ट काट कर पत्‍नी को कूरियर कर दिया। हत्या के बाद दीवार पर उसी ने लिखा था कि मनुष्य जब भी प्रकृति से छेड़छाड़ करता है तो प्रकृति स्वयं को संतुलित कर लेती है। उसका आरोप है कि डॉक्टर की पत्नी को भी पति की हरकतों के बारे में जानकारी थी। बताया जाता है कि डॉक्टर के सबंध कई और महिलाओं के साथ भी थे। इनमें उनके परिवार की कई महिलाएं भी शामिल हैं।अमरौधा पीएचसी प्रभारी डॉक्टर सतीश चन्द्रा एक बार प्रीति के बीमार पिता को देखने उसके घर आए थे। उसके बाद से ही वह उसका यौन शोषण कर रहे थे। उसके मुताबिक डॉक्‍टर ने उसकी बहन को भी नहीं बख्‍शा था। पुलिस के मुताबिक उसने बताया कि डॉक्‍टर उसे बेहोश करके उसके साथ सेक्‍स किया करता था। इसलिए उसने भी कत्‍ल से पहले डॉक्‍टर को बेहोश कर दिया था। फिर हाथ-पैर बांध कर सर्जिकल नाइफ से उसकी गर्दन काटी। इसके बाद उसका प्राइवेट पार्ट काटा और उसे पैक कर डॉक्‍टर की पत्‍नी को कूरियर कर दिया। डॉक्‍टर को बेहोश करने के लिए वोदका में नशीली गोली मिलाई गई थी। पीड़ित लड़की ने बताया कि वह भगत सिंह और चन्द्रशेखर को अपना आदर्श मानती है और उसे अपने किये पर कोई पछतावा नहीं है। उसके अनुसार अभी एक डॉक्टर और है जिसकी हत्या उसे करनी थी क्योंकि उसने 7 साल की एक बच्ची के साथ दुष्कर्म किया था।

डॉक्‍टर का प्राइवेट पार्ट कूरियर करने की आरोपी लड़की ने कहा- 'तेरहवीं का भोज खाना चाहती हूं'

1 जुलाई को डॉ.चंद्रा की कानपुर देहात के रनियां क्षेत्र में स्थित पर्यटन विभाग के गेस्ट हाउस (राही पर्यटन आवास) में निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी। हत्यारे उनका मुंह स्टेपलर से सिल कर प्राइवेट पार्ट काटकर ले गए थे और उसे डाक्टर की पत्‍नी के पास कूरियर कर दिया गया था।
 
डिलीवरी से पहले कूरियर वाले ने इसकी जानकारी पुलिस को दे दी थी। इसके बाद कूरियर पुलिस ने अपने कब्‍जे में ले लिया था। गुरुवार को डॉक्‍टर के प्राइवेट पार्ट का पोस्‍टमार्टम करवाया गया। पोस्‍टमार्टम की पूरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी की गई।अब प्राइवेट पार्ट को डीएनए जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला लखनऊ भेजा जाएगा।
 मंजू के घर पूछताछ में पुलिस को प्रीति नाम की एक युवती की जानकारी मिली है। डॉक्टर के प्राइवेट पार्ट को कूरियर करने से पहले प्रीति उसके घर पहुंची थी। परिजनों के मुताबिक 4.30 से 5.00 बजे के बीच आई युवती ने हल्के नीले रंग की जींस, मटमैले रंग के जूते, सफेद रंग का इनर और नीले रंग का टॉप पहन रखा था। उसके बाल घुंघराले थे। वह खुद को मंजू की पुरानी सहेली बता रही थी। परिजनों का कहना है कि वह सामान्य कद और थोड़ी मोटी सी थी। चेहरे पर बायीं ओर काला दाग था। वह काले और हल्के हरे रंग का लांग बैग भी लिए थे। घरवालों का कहना है कि उसने बेटी का नंबर लेने के साथ शादी का कार्ड भेजने की बात कहते हुए कई बार उसके सुल्तानपुर का पता बताने के लिए उन पर दबाव डाला। 
 
काम हो गया, मैं भी पहुंच रही हूं
मंजू की भाभी के अनुसार घर आई युवती बाथरूम गई थी। अंदर जाने से पहले उसने बैग उनके सात साल के बेटे को दे दिया। युवती बाथरूम से निकलकर बैग लेने के बाद नीचे जा रही थी तो किसी से मोबाइल पर बात करते हुए उसने कहा था कि काम हो गया है। मैं भी पहुंच ही रही हूं।मृतक डॉ के बड़े भाई महेश का आरोप है कि पुलिस उन लोगों को कुछ भी नहीं बता रही है, और ना ही उनकी बातों को सुन रही है। उन्होंने ये आरोप लगाया है-
 
1. घटना के दिन इन्हें बॉडी को देखने के लिए पुलिस ने पहले रानिया चौकी भेजा वहां से अकबरपुर कोतवाली भेजा गया, फिर वहां से पोस्टमार्टम हाउस भेजा गया। पुलिस उनके चक्कर लगवाती रही।
 
2. घटना के बाद होटल के सभी कर्मचारी भाग क्यों गए थे।
 
3. घटना दिन की थी और इन्हें पुलिस ने रात 11:30 पर इसकी सूचना क्यों दी गई। 
 
4. सबसे महत्वपूर्ण कि होटल के रजिस्टर में सिर्फ डॉ सतीश चंद्रा प्लस एक महिला लिखा था। उसमें ना तो डॉ साहब का पता लिखा था और ना ही उस महिला का नाम लिखा था, जबकि ये जरुरी था।
 
5. परिजनों ने एक अज्ञात डॉ के साथ एक दुसरे डॉक्टर विवेक गुप्ता का भी नाम लिया था, मगर पुलिस डॉ विवेक गुप्ता से कोई पूछताछ नहीं कर रही है।
परिजनों को शक है कि डॉ विवेक गुप्ता ने ही डॉ सतीश चंद्रा का हत्या करवाया है। डॉ सतीश चंद्रा जहां एमओआईसी थे वहीं पहले डॉ विवेक गुप्ता भी थे। करीब दो साल पहले विवेक गुप्ता किसी ट्रेनिंग की वजह से बाहर चले गए थे। तब कानपुर देहात के सीएमओ ने डॉ सतीश चंद्रा को ये चार्ज दिया था। डॉ गुप्ता के लौटने के बाद सीएमओ ने पुनः ये चार्ज डॉ चंद्रा से लेकर डॉ गुप्ता को दे दिया था। अस्पताल के कर्मचारियों ने इसका जमकर विरोध किया। इससे सीएमओ ने डॉ चंद्रा को ये चार्ज पुनः दे दिया। इसको लेकर डॉ गुप्ता और डॉ चंद्रा में जमकर झड़प हुई थी। तब से ये टशन चली आ रही थी। डॉ गुप्ता ने डॉ चंद्रा को देख लेने की धमकी भी दी थी।मृतक डॉ के परिजनों ने होटल के चार पुलिस पूछताछ कर रही है। पुलिस उस युवती की भी तलाश कर रही है, मगर अभी तक पुलिस को कोई सफलता हाथ नहीं नहीं लगी है।  पुलिस ने जिन होटल के कर्मचारियो को उठाया है, उसमें अनूप श्रीवास्तव (मैनेजर), राम सफल (कूक), सुनील (सफाई कर्मचारी), और दिलीप (वेटर) शामिल हैं। 
 
क्या चाहते हैं व्यापार बंद कर आत्महत्या कर लूं'
 
'आखिर क्या चाहते हैं आप लोग। दुकान बंदकर सड़क पर आ जाऊं। जिसे देखो वही सवाल पूछने चला आता है। जवाब दे-देकर मैं थक चुका हूं। लगता तो यही है कि बस आत्महत्या कर लूं।’ यह बातें पुलिसिया पूछताछ से परेशान हो चुके कूरियर का काम करने वाले रजनीश सचदेवा ने झल्लाते हुए कही। उनका कहना है कि शायद उन्होंने पुलिस का सहयोग करके गलती कर दी। सादे कपड़ों में आने वाले लोग घूम फिर कर वही सवाल कर रहे हैं, जिससे वह परेशान हो चुके हैं। वर्दी में न होने की वजह से पता ही नहीं चलता कि पुलिस है या कोई और। 
डॉक्‍टर का प्राइवेट पार्ट कूरियर करने की आरोपी लड़की ने कहा- 'तेरहवीं का भोज खाना चाहती हूं'
राही पर्यटन आवास के कर्मचारियों से पूछताछ के बाद पुलिस एक सांवले रंग की युवती की तलाश में जुट गई थी। इसके बाद बर्रा छह की मंजू नाम की युवती टारगेट पर आई जो तीन साल पहले डाक्टर के बर्रा स्थित क्लीनिक पर कुछ दिन के लिए काम पर आई थी। कोरियर कंपनी के मालिक और होटल कर्मचारियों से पूछताछ के बाद पुलिस ने स्केच तैयार कराया। गुरुवार को क्राइम ब्रांच की टीम राही पर्यटक आवास के कर्मचारी रामसुफल को लेकर मंजू के घर पहुंची। मंजू सुल्तानपुर में काम करती है। होटल कर्मचारी ने मंजू के फोटो को पहचानने से इन्कार कर दिया। कर्मचारी ने बताया कि यह वो युवती नहीं है जो घटना वाले दिन डाक्टर के साथ होटल में आई थी। इसके बाद टीम ने बर्रा व गोविंद नगर क्षेत्र में कई स्थानों पर दबिश दी।

होटल में अक्सर महिलाओं के साथ आते थे डॉक्टर
 
कानपुर देहात के पुलिस कप्तान कृपाशंकर की मानें तो डॉक्‍टर अक्सर अपनी महिला मित्र के साथ उस गेस्‍ट हाउस  में आते थे। दो चार घंटे बिताने के बाद चले जाते थे। उनकी जिस तरह से हत्या हुई है, उनके गुप्तांग को काटा गया है, उससे तो साफ़ है कि डॉ के साथ जो महिला थी वह उनसे आजिज आ चुकी थी। मृतक डॉ के परिजनों ने होटल के चार कर्मचारी सहित एक अज्ञात डॉक्टर के खिलाफ रिपोर्ट लिखवाई है। sabhar : bhaskar.com


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