एक ही पेड़ पर उगे आलू और टमाटर

Potatoes

लंदन। एक ही पेड़ पर आलू और टमाटर लगे देखकर चौंकिए नहीं। शाकाहारी लोगों के लिए ये खोज किसी वरदान से कम नहीं है। कृषि वैज्ञानिकों ने एक ऐसा हाईब्रिड पौधा तैयार किया है जिसमें एक ही समय में लाल रसीले टमाटर और आलू दोनों लगते हैं। इसे नाम दिया गया है टॉमटैटो।
इप्सविच की हार्टिकल्चर कंपनी थांपसन एंड मारगन ने ब्रिटेन के बाजार के लिए तैयार किए इस हाईब्रिड पौधे के जीन में कोई परिवर्तन नहीं किया है। इसलिए ये दोनों सब्जियां सामान्य आलू और टमाटर जितनी ही स्वादिष्ट और पौष्टिक हैं। हालांकि कंपनी का कहना है कि इस पौधे के टमाटर दुकान पर बिकने वाले टमाटरों से अधिक स्वादिष्ट होंगे। रायल हार्टीकल्चर सोसाइटी (आरएचएस) के गाय बारटर ने बताया कि प्रयोग के तौर पर ब्रिटेन में भी ऐसे पौधे तैयार किए गए हैं। लेकिन वाणिज्यिक उपयोग के लिहाज से इतने बड़े पैमाने पर आलू-टमाटर की एक ही पौधे से खेती पहली बार की गई है। ऐसी संकर प्रजातियों के कई पौधों को ग्राफ्टिंग की तकनीक से तैयार किया गया है। हालांकि ये तकनीक पुरानी है पर इससे तैयार पौधों पर उगने वाले फलों और सब्जियों का स्वाद अच्छा नहीं होता था।
कंपनी के निदेशक पॉल हानसोर्ड ने दावा किया कि इसके टमाटरों का स्वाद सामान्य टमाटरों से भी अच्छा है। इस पौध पर पिछले एक दशक से काम किया जा रहा है। ये लक्ष्य हासिल करना बहुत ही मुश्किल रहा चूंकि टमाटर और आलू के तने दोनों ही समान रूप से पतले होने चाहिए थे। ये बहुत ही उच्च प्रशिक्षण से अंजाम दी गई तकनीक है। एक ही गमले में उगे टमाटर और आलू पर पैनी नजर रखी गई। ताकि आलू का विकास भी सही तरीके से हो। कंपनी का कहना है कि पिछले मौसम से ही वह एक साथ पौधे से टमाटर और आलू एक साथ उगा रहे हैं। अब दोनों ही सब्जियां पककर पौधे से तोड़ने के लिए तैयार हैं। उद्देश्य शक्ति और लचीलापन प्रदान करता है कि एक और की जड़ों के साथ फूल या फलने के गुणों का गठबंधन है। इसतरह आलू और टमाटर के रूप में अधिकांश पौधों अपनी ही प्रजाति के भीतर संकर किए जाने की जरूरत है, लेकिन यह कभी-कभी एक भिन्न रूप लेकर लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ का जरिया भी बन सकता है। इसलिए सावधानी बहुत जरूरी है।
बहुत से लोग अपने बागानों में कम स्थान के कारण ये तकनीक अपना कर ऐसे ही हरी सब्जियां और फल अपने किचन गार्ड या लान में उगाना चाहेंगे। इसीतरह का उत्पाद पुटैटो टाम नाम से इसी हफ्ते न्यूजीलैंड में भी एक बगीचे में उगाया गया है। sabhar : 
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