अब आभूषण की तरह कान पर पहन सकेंगे कंप्यूटर

अब आभूषण की तरह कान पर पहन सकेंगे कंप्यूटर


जापान के तकनीकी वैज्ञानिक कान पर पहना जा सकने वाला एक छोटा कंप्यूटर [पीसी] विकसित कर रहे हैं।

इसे पलकें झपकाकर, चेहरे की विभिन्न भावभंगिमाओं या जीभ की हरकतों से नियंत्रित किया जा सकेगा।
महज 17 ग्राम वजनी यह वायरलैस उपकरण ब्लूटूथ, ग्लोबल पॉजिशनिंग सिस्टम [जीपीआरएस], कंपास [दिशा सूचक यंत्र], बैटरी, बैरोमीटर, स्पीकर और माइक्रोफोन से लैस है। हिरोशिमा सिटी यूनिवर्सिटी के इंजीनियर कजाउहिरो तानीगुची ने कहा, यह पीसी तकनीक के क्षेत्र में गूगल ग्लास की तरह मील का पत्थर साबित हो सकता है। फिलहाल हमने इसे 'इयरक्लिप टाइप वियरेबल पीसी' नाम दिया है। इसमें माइक्रोचिप और डाटा स्टोरेज भी है जिसमें यूजर्स अपने सॉफ्टवेयर सुरक्षित रख सकते हैं।' यह वियरेबल पीसी अगले साल क्रिसमस के बाद बाजार में उपलब्ध हो सकता है। इसे आइपॉड या किसी भी दूसरे गैजेट के साथ जोड़ा जा सकता है। यह पीसी इंफ्रारेड सेंसर के इस्तेमाल से कार के अंदर होने वाली हरकतों पर नजर रख सकता है। इस पीसी को नियंत्रित करने के लिए हाथों की नहीं बल्कि आंखों और चेहरे की विभिन्न भाव भंगिमाएं ही काफी हैं।
संक्रमण से बचाने वाले एंजाइम का रहस्य खुला :
वाशिंगटन। शरीर में संक्रमण के खिलाफ लड़ने वाले एक एंजाइम के पीछे के रहस्य को शोधकर्ताओं ने सुलझा लिया है। शोध के नतीजों से संक्रमणकारी तत्वों के खिलाफ रणनीति तैयार करने, प्रोस्टेट कैंसर व मोटापे से लड़ने में मदद मिल सकेगी। प्रिंसटन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने आरनेस एल नाम के इस एंजाइम की थ्रीडी संरचना तैयार की है। इससे किसी भी वायरस के अनुवांशिक तत्वों के बारे में जानकारी हासिल करने और बैक्टीरिया से लड़ने में मदद मिलेगी। मनुष्य के शरीर में मौजूद यह एंजाइम प्रतिरक्षा प्रणाली के प्रति सबसे पहले प्रतिक्रिया करता है। सबसे अधिक लोकप्रिय होने के बावजूद भी इसके बारे में अभी तक पूरी जानकारी हासिल नहीं हो पाई थी।
यूनिवर्सिटी में मॉलीक्युलर बायोलॉजी के सहायक प्रोफेसर एलेक्सी कोरेनेक ने कहा, अब हमारे पास आरनेस एल का पूरी संरचना मौजूद है जिससे हमें वंशानुगत प्रोस्टेट कैंसर और मोटापे के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानने में मदद मिलेगी। यह शोध जर्नल साइंस में प्रकाशित हुआ है। sabhar ;http://hindi.ruvr.ru/

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