देखिए अमेरिकी फोटोग्राफर की नजर से कैसे जिंदगी जीते हैं भारत के साधु-संत

कैसे जिंदगी जीते हैं भारत के साधु-संत, देखिए अमेरिकी फोटोग्राफर की नजर से


आधुनिकता की ओर तेज़ी से भागते समाज के लिए इस बात का अंदाजा लगाना मुश्किल है कि आखिर कोई इंसान साधुत्व की ओर क्यों चला जाता है। सभी सांसारिक मोह छोड़कर इंसान समाज से बाहर जिंदगी क्यों जीने लगता है। ऐसे ही सवालों का जवाब तलाशने के लिए न्यूयॉर्क के ब्रूकलिन नगर के फोटोग्राफर ज्वॉय एल पुट्स ने दुनिया के तमाम देशों का दौरा किया और उन्होंने ऐसे साधु-संतों से मुलाकात की, जिन्होंने अपनी जिंदगी आध्यात्मिक मुक्ति की तलाश में लगा दी। 
 
भिक्षुओं और आध्यात्मवादियों की तलाश में निकले ज्वॉय ने  उत्तरी इथियोपिया से यात्रा की शुरुआत की। इस दौरान तमाम देशों की यात्रा करते हुए वो हाल ही में भारत पहुंचे, जहां वाराणसी में उन्होंने साधु-संतों और आध्यात्मवादियों से मुलाकात की। पूरी दुनिया में धर्म को लेकर साधु-संतों की अपनी अलग राय है, लेकिन भारत में हिंदू धर्म में विश्वास करने वाले साधु-संत को उनके आत्मत्याग के लिए जाना जाता है। साधु-संत अकेले एक हाथ पर तपस्या कर महीनों और बरसों बिता देते हैं।
 
फोटोग्राफर ज्वॉय ने वाराणसी में ऐसे ही कुछ साधु-संतों से ना सिर्फ मुलाकात की, बल्कि साधना के दौरान की उनकी तरह-तरह की तस्वीरें भी खींची। ज्यादातर तस्वीरें अघोड़ी बाबाओं की हैं, जो शव के अंतिम संस्कार के बाद निकली राख को अपने शरीर पर लपेटे रहते हैं, शव पर तपस्या करते हैं और मानव कंकाल की हड्डियों को अपने शरीर पर पहनते हैं। 
 
ज्वॉय ने बताया कि अघोड़ी बाबाओं का मौत के साथ गहरा संबंध होता है। उनके लिए मौत कोई डरावनी अवधारणा नहीं, बल्कि आत्मा का भ्रम की दुनिया से बाहर निकल जाना है। फोटोग्राफर ज्वॉय के साथ यात्रा पर निकले फिल्म मेकर केल ग्लेंडिंग ने साधु-संतों को लेकर 'बिऑन्ड' नाम की एक डॉक्यूमेंट्री भी बनाई है। 

कैसे जिंदगी जीते हैं भारत के साधु-संत, देखिए अमेरिकी फोटोग्राफर की नजर से

(तस्वीर में बाएं) हाथों में मानव खोपड़ी लिए एक अघोड़ी, जिसके लिए मौत भ्रम की दुनिया से बाहर जाना है।
 
तस्वीर में दाएं) ये बिहार के सीवान के लाल बाबा हैं, जो अपने भविष्य की अनिश्चितता के चलते अपनी शादी छोड़कर भाग आए थे। 
कैसे जिंदगी जीते हैं भारत के साधु-संत, देखिए अमेरिकी फोटोग्राफर की नजर से

शव के अंतिम संस्कार से निकली राख अपने शरीर पर लपेटे हुए अघोड़ी बाबा ।

कैसे जिंदगी जीते हैं भारत के साधु-संत, देखिए अमेरिकी फोटोग्राफर की नजर से

लाल बाबा अपनी कई मीटर लंबी जटाओ को खोले हुए। ये जटाएं चालीस साल में इतनी लंबी हुई हैं। 

कैसे जिंदगी जीते हैं भारत के साधु-संत, देखिए अमेरिकी फोटोग्राफर की नजर से

पवित्र गंगा नदी में सुबह की साधना करते साधु विजय नंद ।

कैसे जिंदगी जीते हैं भारत के साधु-संत, देखिए अमेरिकी फोटोग्राफर की नजर से
अघोड़ी पूजा करते हुए बाबा मौनी ।

कैसे जिंदगी जीते हैं भारत के साधु-संत, देखिए अमेरिकी फोटोग्राफर की नजर से

(तस्वीर में दाएं) मघेश ने आईटी क्षेत्र में अच्छी खासी नौकरी छोड़कर साधुत्व ग्रहण कर लिया। पुरानी जिंदगी में लौटने की उनकी कभी कोई इच्छा नहीं हुई। 

कैसे जिंदगी जीते हैं भारत के साधु-संत, देखिए अमेरिकी फोटोग्राफर की नजर से

घाट पर नाव के किनारे खड़े राम दास


कैसे जिंदगी जीते हैं भारत के साधु-संत, देखिए अमेरिकी फोटोग्राफर की नजर से

(तस्वीर में दाएं) 101 वर्ष से ज्यादा का सफर तय कर चुके साधु 

कैसे जिंदगी जीते हैं भारत के साधु-संत, देखिए अमेरिकी फोटोग्राफर की नजर से

गंगा नदी में नाव चलाते बाबा विजय नंद sabhar : bhaskar.com


टिप्पणियाँ

लोकप्रिय पोस्ट