दुनिया का सबसे खतरनाक पेड़ मौत का छोटा सेब
यह मैंचीनील नाम का पेड़ है और इसे दुनिया के सबसे जहरीले वृक्ष के तौर पर गिनीज ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया है। मैंचीनील इतना जहरीला है कि इसके पास भी जाना मना है।
सबसे खतरनाक माने जाने वाले पेड़ पर या उसके आसपास चेतावनी वाले बोर्ड और तख्तियां नजर आती हैं। बेहतर है कि लोग यह पढ़कर इससे दूरी बनाकर रखते हैं। इसके सेब जैसे दिखने वाले फल को यदि किसी ने खाया, तो यह उसे मौत की नींद जल्द सुला सकता है।
इस विषैले पेड़ का नाम कैसे पड़ा मैंचीनील :
विज्ञान में आधिकारिक रूप से इसे Hippomane mancinella कहा जाता है। मैंचीनील (Manchineel) शब्द स्पेनिश के Manzanilla से बना है। Manzanilla का अर्थ 'little apple' होता है।
कोलंबस ने मैंचीनील के फल को बताया था मौत का छोटा सेब :
माना जाता है कि क्रिस्टोफर कोलंबस ने मैंचीनील के सेब जैसे फल को 'manzanilla de l muerte' (मौत का छोटा सेब) का नाम दिया था।
माना जाता है कि क्रिस्टोफर कोलंबस ने मैंचीनील के सेब जैसे फल को 'manzanilla de l muerte' (मौत का छोटा सेब) का नाम दिया था।
वैज्ञानिक चख चुके हैं इसका स्वाद : एक रेडियोलॉजिस्ट निकोला एच स्ट्रिकलैंड ने ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में प्रकाशित लेख में मैंचीनील के बारे में बताया है। उन्होंने इसके फल का स्वाद भी चखा था। स्ट्रिकलैंड ने बताया है कि टोबैगो के कैरेबियन द्वीप के बीच पर उन्हें एक गोलाकार फल पड़ा मिला था। यह एक काफी लंबे पेड़ से गिरा था। इसमें सिल्वर कलर तिरछी की लाइनें थीं। उन्होंने इसे उठाया और जरा सा खाया। उनके दोस्तों ने भी इसे थोड़ा खाया। बस, कुछ पलों के बाद मुंह में विचित्र ढंग का स्वाद महसूस हुआ और भारी जलन होने लगी। काटने वाली संवेदना हो रही थी और गला बुरी तरह अकडऩे लगा। दो घंटे तक उनकी स्थिति अधिक खराब रही। 8 घंटे बाद सूजन कम हुई। गले में सूजन के कारण वह दूध के अलावा कुछ भी नहीं ले पा रहे थे।
कितना है जहरीला : मैंचीनील के फल का रस भयंकर जहरीला औरकास्टिक (जलन पैदा करने वाला) होता है। यदि इसकी एक बंदू भी त्वचा पर गिर जाए तो यह बुरी तरह फट जाती है। स्किन में भारी सूजन और भयंकर जलन होती है। इसे जलाने पर निकला धुआं किसी को हमेशा के लिए अंधा कर सकता है। मतलब, यह पेड़ आपको हर तरह से नुकसान पहुंचा सकता है।किंवदंती : स्पेन ने 16वीं शताब्दी में मैक्सिको और पेरू के इलाके जीत लिए थे। विश्व के सबसे जहरीले पेड़ मैंचीनील के बारे में यह किंवदंती प्रचलित है। स्पेन का जुआन पोन्स डी लियोन 1521 में फ्लोरिडा आया और दावा किया कि यहां उसने सोने के बड़े भंडार वाले इलाके की तलाश कर ली है। किंतु, यहां के लोग उसे यह जमीन देने के लिए तैयार नहीं थे। इसको लेकर स्थानीय लोगों और पोन्स डी लियोन के बीच संघर्ष हुआ। इसमें उसकी मौत एक जहरीले तीर से हुई थी। कहा जाता है कि इस तीर में मैंचीनील के विषैले रस का प्रयोग किया गया था। यह तीर उसके पैर में लगा था।
सा होता है मैंचीनील : यह पेड़ करीब 50 फीट तक ऊंचा होता है। यह चमकदार दिखाई देता है। इसकी पत्तियां अंडाकार होती हैं। यह पेड़ लोगों को छाया और शुरुआती मिठास से ललचता है, लेकिन इसके परिणाम भयंकर हैं। सौभाग्य से इस सबसे खतरनाक पेड़ से कोई बड़ी दुर्घटना या मौत दर्ज नहीं हुई है।
कहां पाया जाता है : दुनिया का सबसे जहरीला पेड़ मैंचीनील फ्लोरिडा, कैरेबियन सागर के आसपास और बहमास में पाया जाता है। sabhar : bhaskar.com
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