छात्रा ने क्लासरूम में दिया बच्चे को जन्म

कभी गाड़ी तो कभी चलती ट्रेन के टॉयलेट में डिलिवरी



अक्सर ऐसी खबरें तो आती रहती हैं कि एक गर्भवती महिला अस्पताल जाते समय ट्रैफिक जाम में फंस गई और उसे गाड़ी में ही अपने बच्चे को जन्म देना पड़ा।

या फिर चलती ट्रेन के ‌टॉयलेट में शौच करते समय महिला की डिलिवरी हो गई और नवजात शिशु टॉयलेट के रास्ते से रेलवे ट्रैक पर जा गिरा और उसके बाद ट्रैन रुकवाकर बच्चे को उठाया गया।

लेकिन...यहां मामला एकदम अलग है। एक मां को टीचरों के बीच ऐसी जगह पर अपने बच्चे को जन्म देना पड़ा, जहां ना कोई डॉक्‍टर था ना कोई नर्स। आखिर क्या है पूरा मामला? पढ़िए।
क्लासरूम में दिया बच्चे को जन्म



बिहार के सारण जिले में एक महिला ने एक कॉलेज के परीक्षा हॉल में अपने बच्चे को जन्म दिया। महिला 12वीं कक्षा की परीक्षा देने गई थी, जहां अचानक उसकी डिलिवरी हो गई।

मनीषा देवी नाम की इस महिला की उम्र करीब 20 वर्ष है और पिछले ही वर्ष उसकी शादी हुई थी। गुरुवार को वह अपनी 12वीं की परीक्षा देने गई थी।

कॉलेज के अधिकारियों के मुताबिक परीक्षा देते समय अचानक मनीषा के पेट में तेज दर्द होने लगा। कॉलेज प्रशासन ने जानकारी मिलते ही तुरंत एंबुलेंस के लिए फोन किया। लेकिन इससे पहले की एंबुलेंस आती, महिला ने बच्चे को जन्म दे दिया। इसके बाद महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया।

कैसे हैं मां और उसका बच्चा?

महिला की देखभाल कर रहे अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि डिलिवरी सामान्य थी। बच्चा और उसकी मां स्वस्‍थ व सुरक्षित हैं। दोनों के स्वास्‍थ्य में तेजी से सुधार हो रहा है।

यह पहली बार नहीं है कि जब बच्चे का जन्म अस्पताल या घर से बाहर हुआ है। पिछले वर्ष ही गाजियाबाद में एक महिला ने चलती ट्रेन के टॉयलेट में शिशु का जन्म दिया था।

बच्चा टॉयलेट के जरिए रेलवे ट्रैक पर जा गिरा। इसके बाद ट्रेन रुकवाकर बच्चे को उठाया गया था। हालांकि बच्चा और मां दोनों स्वस्थ थे।



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