भगवान श्री कृष्ण की थाली यहां पर आज भी मौजूद है
भगवान श्री कृष्ण अपनी लीला दिखाकर वापस गोलोक चले गए लेकिन उनकी लीला की निशानी आज भी श्री कृष्ण के होने का एहसास दिलाते हैं। ऐसी ही एक निशानी है श्री कृष्ण की थाली।
अगर आप भी श्री कृष्ण की थाली देखना चाहते हैं तो भगवान की जन्मस्थली मथुरा से लगभग 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कामां यानी काम्यवन आइए। यहां पर भगवान श्री कृष्ण ने व्योमासुर का वध किया था। व्योमासुर यहीं पास में एक गुफा में रहता था, जो आज भी इस घटन की गवाही देता है।
व्योमासुर का वध करने के बाद श्री कृष्ण ने एक कुंड में स्नान किया जिसे क्षीर सागर और कृष्ण कुंड के नाम से जाना जाता है। स्नान के बाद श्री कृष्ण ने ग्वाल सखाओं के संग भोजन किया। यहां पहाड़ी पर थाल और कटोरी का चिन्ह मौजूद है।
माना जाता है कि भगवान श्री कृष्ण ने इसी थाल और कटोरे में भोजन किया था। माना जाता है कि भोजन की थाली के पास ही भगवान परशुराम जी ने तपस्या की थी। sabhar : http://www.amarujala.com
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