8 सबसे विचित्र मानसिक बीमारियां, इंसान खुद को मानने लगता है राक्षस

8 सबसे विचित्र मानसिक बीमारियां, इंसान खुद को मानने लगता है राक्षस

मानसिक बीमारियों से इंसान की जिंदगी  बुरी तरह प्रभावित होती है। कई मामलों में यह बर्बाद हो जाती है। कुछ मेंटल इलनेस इतनी विचित्र होती हैं कि इन्हें समझना मुश्किल होता है। तेजी से बढ़ती मानसिक बीमारियांं पूरी दुनिया के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई हैं। कोई  Mentle Illness कभी भी भयावह हो सकती है। इनके डरावने लक्षणों से प्रेरित होकर हॉलीवुड और बॉलीवुड में कई फिल्में तक बनाई जा चुकी हैं। एक मानसिक बीमारी ऐसी है कि व्यक्ति खुद को राक्षस मानने लगता है। 
 
 
भारत में हर पांच व्यक्ति में से एक व्यक्ति मानसिक बीमारी से ग्रसित है। देश में ऐसी बीमारियों के इलाज के लिए केवल 5,000 मेंटल हेल्थ प्रोफेशनल्स हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, भारत के बजट में मेंटल हेल्थ के लिए महज 1 फीसदी राशि की व्यवस्था है, जबकि दूसरे देशों में 10%, 12% और 18 फीसदी तक है। एक अनुमान के अनुसार, पूरे विश्व में 450 मिलियन लोग मानसिक बीमारियों से पीड़ित हैं। ये बीमारियां बेहद अजीब होती है और व्यक्ति का व्यवहार विचित्र हो जाता है। आप यहां कुछ ऐसी मानसिक बीमारियों के बारे में जान सकते हैं।
1- वेंडिगो साइकोसिस (Wendigo Psychosis): वेंडिगो नाम की मानसिक बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को मानव-मांस खाने इच्छा होती है। यह बीमारी अधिकतर उत्तरी अमेरिका के मूल निवासी इंडियंस में पाई जाती है। इस पर कई फिल्में बनाई जा चुकी हैं। कुछ लोगों का दावा है कि यह बीमारी कल्चर पर आधारित होती है। इसका मतलब यह है कि एक निश्चित संस्कृति में जन्में लोग वेंडिगो सिंड्रोम से पीड़ित होते हैं। हालांकि, यह बीमारी बहुत कम लोगों को होती है।
2- एलिस इन वंडरलैंड सिंड्रोम (Alice In Wonderland Syndrome): मरीज को भयंकर माइग्रेन होता है और उसके मन में दुनिया को लेकर कई तरह की भ्रांतियां पैदा हो जाती हैं। एलिस इन वंडरलैंड सिंड्रोम से ग्रसित इंसान को आवाजें धीमी या तेज सुनाई देती हैं। चीजों का वास्तविक आकार भी छोटा या बड़ा दिखाई देता है। इसके बहुत से लक्षण एलएसडी के नशे की स्थिति से मिलते-जुलते हैं। इस बीमारी का प्रभाव केवल 20 साल की उम्र के युवकों पर ही दिखाई देता है।
3- एलियन हैंड सिंड्रोम (Alien Hand Syndrome): इससे पीड़ित व्यक्ति को लगता है कि उसकी श्वांस रुक गई है, कपड़े फट गए हैं और वह रक्तरंजित हो गया है। जब कोई व्यक्ति AHS से ग्रसित होता है, तो उसे लगता है कि घुटनों पर कोई नियंत्रण नहीं रहा। उसे लगता है कि वह अपने आप ही चल रहा है। यदि उसकी बॉडी फ्री कर दी जाए, तो वह कुछ भी कर सकता है। एलियन हैंड सिंड्रोम की मेडिकल रिपोर्ट् बहुत कम सामने आती हैं। दुर्भाग्य से यदि यह बीमारी हो गई, तो इसका कोई इलाज नहीं है, सिर्फ हाथों को व्यस्त रखना ही उपाय है।

4- क्लुवेर- बुसी सिंड्रोम(Kluver-Bucy Syndrome): मानसिक बीमारियों में से एक क्लुवेर- बुसी सिंड्रोम से पीड़ित व्यक्ति के व्यवहार में कुछ बेहद बुरे बदलाव देखने को मिलते हैं। पीड़ित व्यक्ति याददाश्त खो बैठता है। वह गैर खाद्य वस्तुएं खाने लगता है उसका तीव्र झुकाव और सेक्स की ओर होता है। वह किसी अमानवीय वस्तु के साथ ऐसी हरकत करने लगता है। इन तीन लक्षणों से बीमारी की पहचान की जाती है। शुरुआती इलाज से इस पर नियंत्रण संभव है, लेकिन स्थिति खराब होने पर कोई इलाज कारगर नहीं है

5- कोटार्ड डिलूशन (Cotard Delusion) : इस बीमारी को “Walking Corpse Syndrome” कहा जाता है। पीड़ित व्यक्ति को लगता है कि वह मर चुका है, लेकिन धरती पर लगातार चल रहा है। कोटार्ड समझना काफी कठिन रहा है। अभी हाल ही में मेडिकल विशेषज्ञों ने इस बीमारी की समस्या को सही ठहराया है। इसके बारे में 1880 में पहली बार बताया गया था, लेकिन इस बीमारी को औपचारिक मान्यता 2007 में दी गई। कोटार्ड से पीड़ित व्यक्ति अपने भ्रम की सच्चाई जानने के लिए कई बार आत्महत्या की कोशिश करता है।
6-फ्रेगोली डिलूशन: इस मानसिक बीमारी का नाम इटली के एक्टर लियापोल्डो फ्रेगोली पर रखा गया है, क्योंकि वह अपना कॉस्ट्यूम तेजी से बदल लेता था। दरअसल, फ्रेगोली सिंड्रोम से पीड़ित व्यक्ति कई लोगों को देखकर भ्रमित होता है। उसे लगता है एक ही व्यक्ति ने अपने कपड़े कई बार बदल लिए हैं। फ्रेगोली से पीड़ित व्यक्ति की याददाश्त पर स्थान और घटनाओं के बदलने का बहुत असर पड़ता है। उसके लिए जीवन बिलकुल बदला हुआ नजर आता है। वह किसी भी चीज को तनावपूर्ण मुद्दा बना देता है।
7- कैपग्रास डिलूशन Capgras Delusion : आप ऐसे जीवन की कल्पना कीजिए, जहां आपको पता नहीं होता कि किस पर भरोसा करना है। कुछ ऐसी ही स्थिति कैपग्रास डिलूशन सिंड्रोम से ग्रसित व्यक्ति की होती है। उसे लगता है कि राक्षस, रोबोट या अन्य किसी खतरे ने उसे अपने दायरे में ले लिया है। वह जान का खतरा महसूस करता है। भ्रम की स्थिति आमतौर पर अन्य मानसिक बीमारियों जैसे- सिजोफ्रेनिया से बनती है, लेकिन यह सिर में चोट लगने से भी हो सकती है।
8 सबसे विचित्र मानसिक बीमारियां, इंसान खुद को मानने लगता है राक्षस

8- स्टॉकहोम सिंड्रोम(Stockholm Syndrome): यह तस्वीर करीब 40 साल पहले जान एरिक की है। इसमें ओस्लो में बैंक डकैती और बंधक की स्थिति सामने आई थी। स्टॉकहोम सिंड्रोम से पीड़ित व्यक्ति को अपने बंधक बनाने वाले से सहानुभूति होती है। यह तब होता है, जब पीड़ित अपनी इच्छा के विरुद्ध स्थिति का सामना करता है। 

1974 में इस सिंड्रोम के कारण एक बेहद चर्चित घटना सामने आई थी। हार्ट्स मीडिया फैमिली की महिला पैटी हार्ट्स का अपहरण सिम्बोनीज लिबरेशन आर्मी ने कर लिया था। महिला ने घोषणा कर दी कि वह इस ग्रुप में शामिल हो गई है। बाद में पैटी ने कहा कि उसकी ब्रेनवाशिंग की गई और यौन उत्पीड़न किया गया था। sabhar : bhaskar.com


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