आतंकवाद से मुकाबले का गुर भारत से सीखेगा अमेरिका



US Army
वाशिंगटन। आतंकवाद से मुकाबले में भारतीय सेना की सफलता से अमेरिकी सेना प्रमुख खासे प्रभावित हैं। वह चाहते हैं कि अमेरिकी सैनिक भारतीय सेना से आतंकवाद से लड़ाई के गुर सीखें। इसी मकसद से उन्होंने दोनों देशों की सेनाओं के संयुक्त अभ्यास का प्रस्ताव रखा है।
अमेरिकी सेना प्रमुख जनरल रे आडिएर्नो ने कहा कि संयुक्त अभ्यास से भारतीय सेना के जटिल हालात में आतंकवाद से मुकाबले के अनुभवों से हमें लाभ होगा। एक साक्षात्कार में आडिएर्नो ने कहा कि पहाड़ी वातावरण में हम संयुक्त अभ्यास करना पसंद करेंगे क्योंकि भारतीय सेना पिछले कई वर्षो से जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद से मुकाबला करती आई है। हमने आतंकवाद से लड़ाई में जो कुछ सीखा है, उसे साझा करना चाहते हैं। अनुभवों की तुलना कर यह देखना चाहते हैं कि हम एक-दूसरे से कितना सीख सकते हैं और भविष्य में प्रत्यक्ष रूप से हम कैसे इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। इसलिए यह मेरे लिए काफी महत्वपूर्ण है।
पिछले महीने भारत की यात्रा के दौरान 58 वर्षीय आडिएर्नो अपने भारतीय समकक्ष जनरल बिक्रम सिंह से मुलाकात करने के अलावा रक्षा मंत्री से भी मिले थे और उत्तरी कमांड मुख्यालय उधमपुर का दौरा किया था। आतंकवाद के खिलाफ भारतीय सेना की सफलता से प्रभावित अमेरिकी सेना प्रमुख ने कहा कि उनका देश कठिन माहौल और दुर्गम क्षेत्र में भारत के अनुभवों से बहुत कुछ सीखना चाहता है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में संयुक्त अभ्यास की इच्छा जताते हुए कहा कि अमेरिकी सेना भारत से यह भी सीखना चाहती है कि वह कैसे अपनी लंबी सीमाओं की रक्षा करती है। भारत और अमेरिकी सेना 2003 में पहाड़ी लद्दाख क्षेत्र में संयुक्त अभ्यास कर चुकी हैं।
हाल में भारतीय सीमाओं में चीन की सेना द्वारा घुसपैठ की घटनाओं पर पूछे गए सवाल के जवाब में अमेरिकी सेना प्रमुख ने कहा कि यह नियमित बात है और स्थितियां नियंत्रण में हैं। भारतीय सेना के महत्वाकांक्षी आधुनिकीकरण कार्यक्रम में उन्होंने अमेरिकी सहायता की भी इच्छा जताई। sabhar : http://www.jagran.com

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