कैमरे के सामने आई युवती, दिया जवाब, कैसे बीते आसाराम के वो 7 घंटे!

कैमरे के सामने आई युवती, दिया जवाब, कैसे बीते आसाराम के वो 7 घंटे!

इंदौर. पुलिस चली गई। आसाराम सामने आसन पर बैठे थे। सामने समर्थकों का हुजूम। प्रवचन शुरू हुए। इतने में एक टीवी चैनल का संवाददाता आ पहुंचा। सवाल पर सवाल। आप पर गंभीर आरोप हैं। आसाराम ने कहा - सब झूठ है। जोधपुर की उस कुटिया में ऐसा कुछ हो ही नहीं सकता। आपस में बोलो तो वहां से दूर तक आवाज जाती है। मैंने डेढ़ घंटे मुंह दबाया और किसी को आवाज ही नहीं आई! ऐसे कैसे हो सकता है? मिला होगा। कई लोगों से मिलता हूं। लेकिन वैसा नहीं मिला, जैसा कहा जा रहा है। सवाल तीखे हुए। आपको गिरफ्तार किया जा सकता है? जवाब - 7 नहीं, 17 साल के लिए जेल में डाल दो। सांच को आंच नहीं। संवाददाता ने पूछा - आप खुद को निर्दोष कैसे साबित करेंगे? भक्तों ने जयघोष शुरू किया। आसाराम ने कहा-थोड़ा कैमरा उधर भी घुमा दो। मुझे तो रोज 20 देश के लोग देखते और सुनते हैं। गुस्सा चेहरे पर साफ था। संवाददाता ने फिर सवाल किया। आसाराम ने कहा-अब जरा भक्तों से बात कर लो। बोलने लगे- सुबह उठकर पानी पीना बहुत जरूरी है। सुबह 9 से 12 के बीच भोजन सर्वोत्तम। संवाददाता का सवाल-गुस्से के बावजूद हंसते हुए आसाराम ने भक्तों से कहा-रात को 1 से 3 बजे के बीच जागना खतरनाक है। संवाददाता ने कहा-जवाब तो दीजिए। अनसुना करते हुए भक्तों से फिर कहा-टेंशन 3 प्रकार के होते हैं। शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक। संवाददाता ने फिर तेज आवाज में सवाल किया। आसाराम ने माइक से ही शुरू किया-ओम..ओम..ओम..। भक्त भी यही दोहराने लगे। संवाददाता ने फिर जवाब मांगा। आसाराम ने फिर कहा-हसंते रहिए। हंसने से ऊपर बताए सारे टेंशन भाग जाते हैं। फ्लाइट का टाइम हो गया है। चलो एयरपोर्ट। और आसाराम मुंबई होते हुए सूरत की फ्लाइट के लिए निकल गए।
 नाबालिग किशोरी के यौन शोषण के मामले में मंगलवार सुबह जोधपुर पुलिस का दल खंडवा रोड स्थित आसाराम आश्रम में पहुंचा। पुलिस दल को पहले आश्रम में दाखिल होने से ही रोक दिया गया। जब पुलिस वाले अंदर पहुंचे तो आसाराम योग कर रहे थे। बाद में ध्यान में लीन हो गए।
कैमरे के सामने आई युवती, दिया जवाब, कैसे बीते आसाराम के वो 7 घंटे!

ऐसे चला पूरा घटनाक्रम
 - सुबह सवा सात बजे जोधपुर पुलिस के सब इंस्पेक्टर भंवरसिंह और हेड कांस्टेबल सुरेंद्रसिंह नोटिस लेकर खंडवा रोड स्थित आश्रम पहुंचे।
 - पुलिस को देख सेवादारों ने आश्रम का मुख्यद्वार बंद रखते हुए पुलिस को अंदर जाने से मना कर दिया।
 - जोधपुर पुलिस करीब आधे घंटे तक आश्रम के बाहर ही खड़ी रही।
 - सुबह 8 बजे भंवरकुआं थाने से टीआई अशोक तिवारी पुलिस दल के साथ आश्रम पहुंचे।
 - कुछ देर तक बातचीत के बाद टीआई ने जोधपुर पुलिस के जवानों को अंदर दाखिल करवाया। करीब आधे घंटे तक आश्रम के भीतर पुलिस से न ही किसी ने बात की और न ही कोई नोटिस लेने आया। वे यहां इंतजार करते रहे।
 - काफी देत तक इंतजार के बाद करीब 8.30 बजे पुलिसवालों को आसाराम के सेवादारों ने बापू के योग में बैठे होने की जानकारी दी।
 - सुबह नौ बजे आसाराम की ओर से एक वकील ने जोधपुर पुलिस से चर्चा की।
 - सवा नौ बजे पुलिस को सचिव ने जानकारी दी कि बापू ध्यान में लीन हो गए हैं।
 - साढ़े 10 बजे के करीब इंदौर पुलिस आश्रम से बाहर आ गई, जबकि जोधपुर पुलिस वहीं बापू के बाहर आने का इंतजार करती रही।
 - दोपहर साढ़े बारह बजे के करीब विधायक रमेश मेंदोला कुछ लोगों के साथ आश्रम पहुंचे।
 - दोपहर करीब एक बजे बजे जोधपुर पुलिस ने नोटिस तामील करवाया। इसके बाद पुलिस जवान आश्रम से बाहर आ गए।
 - दोपहर करीब चार बजे आसाराम ने चर्चा के लिए मीडिया को आश्रम में बुलाया।
 - सफाई देने के बाद करीब सवा चार बजे मीडिया के सामने एक युवती आई, जिसका परिचय पीडि़ता की सहेली के रूप में करवाया गया। युवती ने बापू के बचाव में मीडिया से बातें की।
 - इसके बाद बापू आश्रम से निकलकर सीधे एयरपोर्ट पहुंचे।
कैमरे के सामने आई युवती, दिया जवाब, कैसे बीते आसाराम के वो 7 घंटे!

 आश्रम वालों ने पीडि़ता की कथित सहेली से कहलवाया- सब साजिश है।
 आसाराम के सत्संग के बाद आश्रम से जुड़े पदाधिकारी एक युवती को मीडिया के सामने लाए। युवती ने कहा-मैं पीडि़ता (जिसने दुष्कर्म का आरोप लगाया है) की सहेली हूं। पिछले साल हम दोनों आसाराम बापू के छिंदवाड़ा आश्रम में साथ-साथ रहते थे। ताजा मामला सामने आया तो दो दिन पहले मैंने उससे फोन पर बात की। उसने कहा कि माता-पिता के दबाव में उसने आसाराम बापू पर दुष्कर्म का झूठा आरोप लगाया है। युवती से जब मीडिया ने नाम पूछा तो उसने नाम बताने से इनकार किया। हालांकि, आश्रम से जुड़े लोगों का कहना है कि उसका नाम अश्विनी है। sabhar : bhaskar.com


टिप्पणियाँ

लोकप्रिय पोस्ट