ब्रह्मचारी पर यौन शोषण का आरोप

 UPDATE:'जब मैं 26 का था, तब से ब्रह्मचारी मेरे संग भी करते आ रहे थे दुष्कर्म'!


महर्षि महेश योगी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति ब्रह्मचारी गिरीश वर्मा एक नई मुसीबत में फंस गए हैं। वर्मा पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली महिला के पति ने मीडिया के सामने यह कहते हुए सनसनी पैदा कर दी कि, उनके संग भी दुष्कर्म होता रहा। उधर, कोर्ट द्वारा 1 जनवरी तक पुलिस रिमांड पर भेजे गए गिरीश वर्मा मंगलवार को महिला थाने बयान के लिए लाए गए। उससे कुछ देर पहले पीडि़ता भी अपने पति के संग बयान देने पहुंची।

जिस ब्रह्मचारी के आगे हजारों लोग श्रद्धा से झुक जाते हैं, वे मंगलवार जब महिला थाने में बयान के लिए लाए गए, तब उनके चेहरे का रंग उड़ा हुआ था। तेजस्वी सूरत मुरझाई हुई थी। देर रात तक पुलिस की पूछताछ के कारण थकावट और टेंशन पूरी बॉडी में स्पष्ट दिखाई पड़ रही थी। सोमवार को महर्षि महेश योगी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति गिरीश वर्मा को मजिस्ट्रेट वर्षा शर्मा की कोर्ट में पेश किया गया था, जहां से उन्हें 1 जनवरी तक के लिए पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।

UPDATE:'जब मैं 26 का था, तब से ब्रह्मचारी मेरे संग भी करते आ रहे थे दुष्कर्म'!

ऐसे आलीशान महलनुमा कोठी में रहते है गिरीश वर्माः गिरीश वर्मा का महलनुमा कोठी दस एकड़ में फैली है। पहले यह पांच एकड़ में बनी थी। इसमें एक गार्डन है जिसमें जयपुर से मंगाया हुआ सफेद मार्बल का फव्वारा लगा हुआ है। तकरीबन 11 हजार स्क्वायर फुट में बनी हुई कोठी में दो फ्लोर है। दोनों फ्लोर अपने आप में अलग है। गिरीश वर्मा ऊपर वाले फ्लोर में रहते है। इस कोठी में दोनों फ्लोर में ड्राइंग और डायनिंग रूम के अलावा चार कमरे है। ऊपर जाने के लिए एक लिफ्ट लगी हुई है। कोठी में ऊपरी ओर पीतल का कलश लगा हुआ है। अंदर गार्डन के आसपास हाथी सहित विभिन्न कलाकृति लगी हुई है। पूरी कोठी में सफेद मार्बल का काम हुआ है।
पीडि़ता के पति ने भी लगाया दुराचार होने का आरोपः गिरीश वर्मा को सोमवार को जब अदालत में ले जाया गया था, वहां पर पीडि़ता के पति पहुंच गए। पीडि़ता के पति ने मीडिया के सामने इस बात का खुलासा किया कि गिरीश वर्मा ने उनके साथ भी दुराचार किया है। उन्होंने बताया कि जब वे 26 वर्ष के तब से श्री वर्मा ने उनके साथ लगातार दुराचार किया। उसके बाद उन्होंने वर्मा से दूरी बनाने के लिए कई प्रयास किए उनका कहना था कि वे भय वश ये बात किसी को नहीं बता पाए। उनका कहना है कि अब जब गिरीश वर्मा की करतूत सामने आई तो वे दुनिया को बताना चाहते है कि गिरीश वर्मा बहुत ही खराब व्यक्ति हैं।
रहस्यमय तरीके से बयान देने पहुंचे गिरीश वर्मा: निज सचिव की पत्नी के साथ ज्यादती का आरोप लगने के 10 महीने बाद महर्षि महेश योगी वैदिक विश्वविद्यालय के कुलाधिपति गिरीश वर्मा 27 दिसंबर को बयान दर्ज कराने रहस्यमय तरीके से महिला थाने पहुंचे थे। उन्होंने पुलिस को बताया था कि आरोप लगाने वाली महिला के पति को काम में गड़बड़ी करने के कारण संस्थान से निकाल दिया था। इसीलिए उसने उन्हें बदनाम करने का षड्यंत्र रचा और ब्लैकमेल कर रही है। इससे पहले वर्मा ने यह भी कहा था कि शिक्षिका का पति घर खरीदने के लिए संस्थान ने पैसे मांग रहा था, जो कि उसे नहीं दिए गए। पैसे ने मिलने से नाराज पति-पत्नी मेरे साथ इस तरह का गंदा खेल खेल रहे हैं।
आरोप के बाद स्कूल से निकाल दिया गया शिक्षिका को: गिरीश वर्मा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पीडि़त महिला अपने पति के साथ थाना परिसर में ही धरने पर बैठ गई थी। इस दौरान उसके पति ने गुस्से में वर्मा को कुछ बोलने की कोशिश की, लेकिन महिला और पुलिस ने उन्हें रोक लिया। पुलिस में मामले की शिकायत होने के 278 दिन बाद पहली बार थाने पहुंचे वर्मा तीन घंटे चालीस मिनट तक बयान देने के बाद वहां से चले गए थे। जाते-जाते मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा था कि मुझे इस मामले में कुछ नहीं कहना है। मेरे वकील ही इस बारे में बात करेंगे।महिला महर्षि विद्या मंदिर रतनपुर की शिक्षिका थी। वर्मा पर आरोप लगाने के बाद उसे और उसके पति को स्कूल से निकाल दिया गया था। sabhar : bhaskar.com


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