सच्ची कहानी: कब्र में लिटाते ही बोल पड़ी मृतक महिला, दंग रह गए लोग!

सच्ची कहानी: कब्र में लिटाते ही बोल पड़ी मृतक महिला, दंग रह गए लोग!

गीताप्रेस, विश्व की सर्वाधिक हिन्दू धार्मिक पुस्तकें प्रकाशित करने वाली संस्था है। यह पूर्वी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर शहर के शेखपुर इलाके की एक इमारत में धार्मिक पुस्तकों के प्रकाशन और मुद्रण का काम कर रही है। देश-दुनिया में हिंदी, संस्कृत और अन्य भारतीय भाषाओं में प्रकाशित धार्मिक पुस्तकों, ग्रंथों और पत्र-पत्रिकाओं की बिक्री कर रही गीताप्रेस को भारत में घर-घर में रामचरित मानस और भगवद्गीता को पहुंचाने का श्रेय जाता है। इसके द्वारा कल्याण (हिन्दी मासिक) और कल्याण-कल्पतरु (इंग्लिश मासिक) का प्रकाशन भी होता है। दैनिकभास्कर.कॉम इसी पत्रिका में प्रकाशित कुछ सच्ची घटनाओं की एक सीरिज शुरू कर रहा है। 
 
इसके तहत सबसे पहले प्रस्तुत है सच्ची कहानी- जब उसे परलोक का हुआ अनुभव
 
घटना 1957 की है, वाराणसी (अब चंदौली) के सकलडीहा स्टेशन से कुछ दूरी पर स्थित प्रभुपुर नाम का गांव है। इस गांव में भांगरी नाम की एक महिला रहा करती थी, उसके पति का नाम मनिहार था। वह कांच की चूड़ियां बेचा करती थी। भांगरी के पड़ोस में रहेने वाली महिला अक्सर बीमार रहा करती थी। भांगरी एक दिन उस महिला को देखने के लिए गई। वहां से लौटकर जैसे ही वह अपने घर में घुसी, जमीन पर गिर पड़ी और उसकी मृत्यु हो गई।
 
चूंकि भांगरी मुसलमान थी, उसे इस्लामिक रीति-रिवाज के अनुसार दफनाने के लिए तैयारी शुरु हो गई। गांववालों ने उसे दफनाने के लिए गांव के बाहर जंगल में एक गड्ढा भी खोद लिया। इस बीच घर परिवार के लोगों ने उसको कफ़न में लपेट कर सिल दिया। भांगरी को उसकी कब्र के पास ले जाया गया। जैसे ही उसे दफनाने के लिए कब्र में लिटाया गया, भांगरी बोल पड़ी। वहां खड़े लोगों के होश उड़ गए कि वह जिंदा है।
सच्ची कहानी: कब्र में लिटाते ही बोल पड़ी मृतक महिला, दंग रह गए लोग!

भांगरी के मुंह पर से कफन का कपड़ा हटाया गया। एक बार फिर लोगों की चौंकने की बारी थी। भंगरी के सर पर जलने के तीन निशान थे। यह निशान त्रिशूल जैसे थे। यहां तक कि उसके सर के बाल भी कुछ दूरी तक जले हुए थे। उसे लोग वापस घर लेकर आए। उसके बाद न तो भांगरी के सर के जले हुए बाल सही हुए और न ही जलने के निशान मिटे। 
सच्ची कहानी: कब्र में लिटाते ही बोल पड़ी मृतक महिला, दंग रह गए लोग!

जब लोगों ने भांगरी से इस जले निशान के बारे में पूछा तो उसने बताया कि जमीन पर गिरने के बाद दो व्यक्ति आए और अपने साथ ले गए। जिस जगह वे मुझे लेकर गए वहां लोगों की सभा लगी हुई थी। एक ऊंचे आसन पर एक व्यक्ति बैठा हुआ था जिसके चहरे पर बहुत तेज था। जैसे ही मुझे उसके सामने ले जाया गया, उसने मुझे और उन दोनों को जमकर फटकारा। 
सच्ची कहानी: कब्र में लिटाते ही बोल पड़ी मृतक महिला, दंग रह गए लोग!
उसने कहा कि तुम लोग यह किसे उठाकर ले आए, इसकी उम्र अभी 14 वर्ष और बाकी है। तुम दोनों को इसके पड़ोस में रहने वाली स्त्री को लेकर आना था जो बीमार है। भांगरी ने बताया कि उस व्यक्ति ने मेरी ओर इशारा करते हुए कहा कि यह स्त्री पापात्मा है। यह अपने दोनों बेटियों को अपने सामने मरते देखेगी। इसे वापस भेज दो, लेकिन इसके सर पर त्रिशूल से निशान लगा दो ताकि इसे यहां आना याद रहे। साथ ही यह अपने शेष जीवनकाल में पाप करने से बचे।

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भांगरी की बताई हुई बातें सही साबित हुई, उसके कब्र से लौटने के बाद ही उसके पड़ोस में रहने वाली बीमार स्त्री की मौत हो गई। वह उस घटना के 14 वर्ष बाद ही मृत्यु को प्राप्त हुई। मरने से पहले भांगरी ने अपनी दोनों बेटियों की मौत देखी। उसके सर पर जलने के तीन निशान पूरी जिंदगी बने रहे। sabhar :bhaskar.com

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