वर्चुअल सुविधा

'virtual sex' by 2030 ‎

होटलों में वर्चुअल सेक्स की सुविधा दी जा सकती है


मेलबर्न। अगर आप बाहर क्सरी होटल मे ठहरे हों और आपका पार्टनर साथ में न हो तो आपके रोमांटिक सपनों को पूरा करने के लिए ऑस्ट्रेलिया के होटल तैयार हैं। सूत्रों के अनुसार ऑस्ट्रेलिया के होटलों में वर्चुअल सेक्स की सुविधा पर विचार किया जा रहा है।
होटल चेन ट्रैवलॉज ने भविष्यदृष्टा इयान पियर्सन से विचार विमर्श करके इस बात का अनुमान लगाने के लिए पूछा है कि साल 2030 तक कितने होटलों में वर्चुअल सेक्स की सुविधा दी जा सकती है।
पियर्सन ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि साल 2030 तक होटलों में ऎसी सुविधाएं संभव हैं जिसमें कोई ग्राहक अपने पार्टनर के साथ वर्चुअल सेक्स का आनंद प्राप्त कर सकता है और ऑडियो, विडियो के साथ अपने पार्टनर के साथ स्पर्श का अनुभव कर सकता है। खास बात है कि वर्चुअल सेक्स का अनुभव दोनों पार्टर को महसूस होगा।
पियर्सन कहा कि होटल में ठहरा गेस्ट डिजिटल इन्फर्मेशन के साथ टेलीविजन पर कार्यक्रमों देख सकेंगे। और वर्चुअल सेक्स का मजा भी ले सकेंगे। ग्राहक नियमित अंतराल पर अपने पार्टनर की इमेज बदल सकेगा। साथ ही फोटोग्राफ व पेन्टिंग का अनुभव प्राप्त कर सकता है। यही नहीं कस्टमर के परिवार के सदस्य भी होटल से लिंक कर एक साथ मजा ले सकेंगे।

होटल के कमरों मे टहरने वालों के लिए अपने ईमेल चेक करने के लिए हाई टेक कॉन्टैक्ट लैंस भी लगाए जांएगे।
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वर्चुअल लैब से पूरी होगी ट्रेंड टीचर्स की कमी:


देश के अधिकांश कॉलेजों, यूनिवर्सिटीज व एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस को ई माध्यम से जोड़ते हुए इंजीनियरिंग, कम्प्यूटर साइंस, बायो टेक्नोलॉजी, भौतिक विज्ञान, संचार क्षेत्र में वर्चुअल लैब परियोजना का कार्य छात्रों के उपयोग के लिए तैयार है।

सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी के माध्यम से राष्ट्रीय शिक्षा मिशन (एनएमआईसीटी) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इसके माध्यम से छात्रों को तकनीकी, उच्चशिक्षा एवं वैज्ञानिक प्रयोग करने की सुविधा मिल सकेगी जो हायर एजुकेशन की फील्ड में ट्रेंड टीचर्स की कमी के कारण प्रभावित हो रही है
क्या होती है वर्चुअल लैब?

वर्चुअल लैब एक ऐसी व्यवस्था है जिससे छात्र आभासी व ई माध्यम से न केवल वैज्ञानिक प्रयोग कर सकेंगे बल्कि विज्ञान, इंजीनियरिंग, गणित आदि विषयों से जुड़ी विषय वस्तु को भी समझ सकते हैं जो वीडियो, लेक्चर के माध्यम से प्रदान की जा रही है।

किन-किन क्षेत्रों में होगा फायदा?

वर्चुअल लैब से टेक्सटाइल इंजीनियरिंग, इंटरैक्टिव डिजाइन एंड इलेक्ट्रॉनिक्स, माइक्रोवेब लैब, वायरलेस लैब, इलेक्ट्रो मैग्नेटिक्स, नेटवर्क मॉडलिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स सिग्नल प्रोसेसिंग, फाइबर ऑप्टिक्स, प्रॉब्लम सॉल्विंग, डिजाइन, कम्प्यूटर, एडवांस नेटवर्क टेक्नोलॉजी, कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग, डाटा माइनिंग, डाटाबेस, लिनक्स लैब, स्पीच सिग्नल, इमेज प्रोसेसिंग, वर्चुअल एडवांस वीएनएसआई लैब, क्रिस्टोग्राफी लैब।

कितने लैब तैयार?


वर्चुअल लैब कार्यक्रम के तहत पायलट चरण में 23 लैब तैयार किए गए। जिसके लिए 22 करोड़ रुपये की फंडिंग की गई है। मुख्य चरण के चहत 85 लैब तैयार किए गए और 80 का विकास किया जा रहा है जिसक  लिए 80 करोड़ रुपये का कोष प्रदान किया गया। सुदूर क्षेत्र से जुड़ी परियोजनाओं के तहत 35 लैब तैयार किए जा रहे हैं।  sabhar :http://www.balguru.com/



ऑनलाइन कम्युनिकेशन हमारी निजी जिंदगी में भी आ चुका है। इंटरनेट के माध्यम से हम अपने दोस्तों और अपनों से जुडे रहते हैं। मगर भावनात्मक रूप से दूर होते जा रहें है।

वैज्ञानिको ने एक ऎसी तकनीक खोजी है जिसकी मदद से आप सैकडो किलोमीटर दूर बैठ कर भी सेक्स का मजा ले सकते है वो भी शारीरिक और मानसिक भावनाओं के साथ। इसे वर्चुअल सेक्स नाम दिया गया है। 2030 तक यह तकनीक हकीकत का रूप ले लेगी।

2030 तक होटलों के कमरे इस तकनी के द्वारा इतने हाइटेक हो जाएंगे के होटल में आए हुए गेस्ट अपने घर पर मौजूद पार्टनर से वर्चुअल तरीके से सेक्स कर सकेंगे। इसके लिए नर्वस सिस्टम और स्किन इलेक्ट्रानिक की मदद से दोनों पार्टनर सेक्स के अनुभव को फील कर पाएंगे। sabhar :http://www.khaskhabar.com/

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