मछली खाने से नहीं होता अल्‍जाइमर



मांसाहारी लोगों के लिए अच्‍छी खबर है। शोधकर्ताओं का कहना है कि जिन लोगों के खान-पान में मछली शामिल होती है, उनका मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है और साथ ही वे अल्जाइमर जैसी खतरनाक बीमारी के खतरे से भी दूर रहते हैं।
पिट्सबर्ग विश्वविद्यालय के मेडीकल सेंटर के सायरस राजी का कहना है कि मछली का मांस  मस्तिष्क की संरचना और अल्जाइमर के खतरे के बीच संबंध स्थापित करता है

जो लोग प्रति सप्ताह कम से कम एक बार सिकी हुई या उबली हुई मछली खाते हैं उनके मस्तिष्क की संरचना में ग्रे मैटर क्षेत्र संरक्षित रहता है। अल्जाइमर बीमारी में मस्तिष्क के इस हिस्से की खास भूमिका होती है।

अल्जाइमर बीमारी का कोई इलाज नहीं है। यह बीमारी धीरे-धीरे बढ़ती जाती है। इससे व्यक्ति की याददाश्त और बोध क्षमता धीरे-धीरे कम होती जाती है। sabhar : bhaskar.com

 

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