कृषि उत्पादों के लिए खुलेगा अमेरिकी बाजार!


आम, लीची, अंगूर व अनार को अमेरिकी बाजार में जगह दिलाने की होगी कोशिश

कृषि उत्पादों के लिए अमेरिकी दरवाजा खोलने की खातिर भारत अमेरिका पर दबाव डाल सकता है। केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग मंत्री आनंद शर्मा अमेरिकी दौरे पर गए हैं जहां अमेरिका के वाणिज्य व उद्योग मंत्री से इस मसले पर बात करेंगे। वाणिज्य मंत्रालय के मुताबिक भारत मुख्य रूप से आम, लीची, अंगूर व अनार जैसे फलों को अमेरिकी बाजार में जगह दिलाने का प्रयास करेगा।
वाणिज्य मंत्रालय सूत्रों के मुताबिक, वर्ष 2007 में अमेरिका ने भारतीय आम को अमेरिकी बाजार में बेचने की इजाजत दे दी थी। लेकिन किरणन जैसी समस्याओं के कारण अमेरिका को आम का निर्यात संभव नहीं हो सका है। अब अमेरिका ने यह प्रस्ताव रखा है कि आम की खेप को नई दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास में क्लीयरेंस देने का काम किया जा सकता है।
इससे आम निर्यातकों की लागत कम आएगी। अनार के निर्यात मामले में भी यही दिक्कत आ रही है। वहीं, भारतीय अंगूर के लिए अमेरिकी बाजार खुलवाने की दिशा में भारत वर्ष 2008 से प्रयासरत है। इस संबंध में अंगूर की खेती में इस्तेमाल किए जाने वाले पेस्ट (कीड़ा हटाने वाली दवा) से जुड़े जोखिम का पूरा विवरण भी अमेरिका को दिया जा चुका है।
लेकिन अब तक इस मामले में अमेरिका की तरफ से कोई अंतिम फैसला नहीं दिया गया है। लीची के निर्यात का मामला भी अमेरिका की पर्यावरण सुरक्षा एजेंसी (ईपीए) में अटका पड़ा है।
सूत्रों के मुताबिक, इन सभी मसलों पर अमेरिकी सरकार के नुमाइंदों से बात की जाएगी। इस साल जनवरी से मई के दौरान भारत ने अमेरिका को 16.27 अरब डॉलर मूल्य का निर्यात किया है।
वहीं, इस अवधि में भारत ने अमेरिका से 9.67 अरब डॉलर मूल्य का आयात किया है। वर्ष 2012 में भारत व अमेरिका के बीच कुल 60.98 अरब डॉलर का व्यापार हुआ। इनमें भारतीय निर्यात की हिस्सेदारी 36.02 अरब डॉलर की रही। sabhar : bhaskar.com

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